कंप्युटर और मोबाईल मानवी जीवन के अंग बन चुके है. इसके अतिउपयोग से अनेकों दुष्परिणाम सेहत पर हो रहे है. आइए देखते है टेक्नॉलजी से मानवी आँखों पर क्या परिणाम हो रहा है.
सूचना और तंत्रज्ञान क्षेत्र के विकास से काफी लोग कंप्युटर पर आठ घंटों से ज्यादा काम करते है. इससे आँखों की परेशनिया शुरू हो गई है, जो की काफी गंभीर विषय हो सकता है. सारादिन कंप्युटर और मोबाईल पर काम करने से आँखों की पलके झपकाना काम हो गया है। इससे आँखों की नमी काम हो रही है. परिणाम स्वरूप आँखों की जलन, आँखे थकना , नजर मे कमी ऐसी समस्या दिखाई दे रही है. इससे कंप्युटर विज़न सिन्ड्रोम हो रहा है.
इसका उपाय
जो दो से तीन घंटे से ज्यादा कंप्युटर पर काम करते है, उन्होंने आधे घंटे के अंतराल मे पाँच मिनट आँखों को आराम दे. खिड़की से बाहर दूर तक देखे. काम करते वक्त जान बूझकर पलके झपकाये. वातानुकूलित जगह पर एसी की हवा चेहरे पर न पड़ने दे , इससे आँखों की नमी कम हो जाती है. यह कुछ उपाय आजमाने से आँखों की समस्या मे राहत मिलेगी. अगर समस्या बढ़ी हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाये और आई ड्रॉप का इस्तेमाल करे. मोबाईल और कंप्युटर के स्क्रीन से दूरी बनाए रखे और दूरी बदलते रहे. स्क्रीन का प्रकाश काम रखे.
छोटे बच्चों मे मोबाईल की लत
छोटे बच्चे मोबाईल की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे है और यह घर घर की समस्या बन गयी है. बच्चों को मोबाईल दिखाया तो वो शांत हो जाते है और यही से शूरवात हो जाती है मोबाईल की लत की. खास कर बच्चों के खाने के वक्त और बड़ों के काम के वक्त तो मोबाईल जैसे अनिवार्य हो गया है. ज्यादा मोबाईल इस्तेमाल करने से बच्चों मे आँखों मे जलन और दुखना आम हो गया है. मोबाईल का अति इस्तेमाल काफी नुकसान देह हो सकता है, इससे मेंटल समस्या, शारीरिक विकसात्मक समस्या निर्माण हो सकती है. छोटी उम्र मे ही चश्मा लग जाता है. इसलिए जितना हो सके उतना काम मोबाईल बच्चों को दे, मैदानी खेल बच्चों को खेलने दे, उनके अन्य कामों मे व्यस्त रखे ताकि मोबाईल के तरफ उनका ध्यान न जाये, यही इसका उपाय है.
स्क्रीन से बचने के उपाय
आमतौर पर आज बड़ी टीवी का फैशन हो गया है. पर क्या आपको पता है घर मे बड़ी टीवी को बच्चे नजदीक से देखते है तो उनको आँखों की अनेक समस्याए निर्माण हो सकती है। इसलिए बड़ा टीवी देखते वक्त, टीवी और देखने वाले मे भी भारी अंतर होंना चाहिये, जिससे आँखों की समस्या से बचा जा सके और देर रात तक टीवी देखते समय अंधेरे मे टीवी न देखे, इससे काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है.