जो लोक धूम्रपान नहीं करते उनको भी कैंसर होने का खतरा होता है. आप कितना धूम्रपान करते है इस पर फेफड़ों का कैंसर होना डिपेंड रहता है.
बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की फेफड़ों के कैंसर से जंग शुरू है. संजय दत्त को फेफड़ों का कैंसर हुआ है. फेफड़ों का कैंसर जानलेवा होता है, जिससे हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है.
शरीर मे आक्सिजन लेने का और कार्बन डॉय आक्साइड बाहार छोड़ने का काम फेफड़े करते है. अगर आप ज्यादा धूम्रपान करते है तो फेफड़ों के कैंसर होने की शक्यता जादा होती है, धूम्रपान नहीं करते तो कम होती है.
फेफड़ों के कैंसर होने के कारण
तंबाखू और सिगरेट का ज्यादा सेवन करने से फफड़ों के कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है. गाड़ी और फैक्ट्री मे से जो धुवा निकलता है उसमे बेन्जीन गैस होती है, इससे हवा प्रदूषित हो जाती है और फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है. आनुवंशिक से भी यह बीमारी होने की संभावना होती है.
फेफड़ों के कैंसर के लक्षण
तीन हफ्तों से ज्यादा खांसी होना
सीने मे दर्द होना
सीडी चढ़ते हुये साँस फूलना
खांसी मे खून आना
वजन काम होना
शूरवात मे बीमारी का पता नहीं चलता , अड्वान्स लेवल पे पहुचने के बाद इसका टेस्ट करके पता चलता है. इसमे फेफड़े जल्दी खराब होना शुरू हो जाता है और साँस लेने मे तकलीफ होने लगती है
उपाय
तंबाखू, सिगरेट ई. छोड़ने पड़ेंगे. यह छोड़ना इतना आसान नहीं होता लेकिन जीने के लिये इसे छोड़ना पड़ेगा, क्युकी तंबाखू , सिगरेट से ज्यादा प्यारी जान होती है, तथा स्वयं अपने को बचाए.
अश्वगंधा सिगरेट की लत को कम करने मे काम आ सकती है. अश्वगंधा से शरीक के अंदर के विषैले पदार्थ बाहार निकलने मे मदत मिलती है जिससे फेफड़े साफ होने लगते है. शारीरिक और मानसिक थकान को काम करती है. एक ग्लास दूध मे एक चमच अश्वगंधा पाउडर डालके पिन चाहिये
साँस लेते वक्त सीटी की आवाज आ रही हो तो सावधान हो जाइये और डॉक्टर का परामर्श लीजिए. लंबी और गहरी साँस लेने मे तकलीफ हो तो फेफड़ों मे कचरा जमा हुआ हो सकता है, जिससे फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है.
चेहरे और गले मे सूजन, छाती और पीठ मे दर्द ये भी फेफड़े का कैंसर का लक्षण हो सकता है.
फेफड़ों के कैंसर का परिणाम दिमाग पे भी होता है, जिससे सिर दर्द रहता है. शरीर मे गुठलिया बनना, यह भी कैंसर का लक्षण हो सकता है.