अदानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड बनने जा रहा है सबसे बड़ा निजी एयरपोर्ट ऑपरेटर।
उद्योगपति गौतम अदानी के अदानी समूह का प्रमुख लक्ष्य देश की सबसे बड़ी हवाईअड्डा परिचालक कंपनी बनना है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया यह एक सरकार की तरफ से चलाया जाने वाला उपक्रम है, जो विभिन्न हवाईअड्डों का परिचालन करता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के परिचालन में देश के अधिकतर हवाईअड्डे है , जिसको वह अच्छी तरीके से संभाल रहा है। केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया को छोडके अदानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड को देश के छह हवाईअड्डे को ५० साल के लिए स्थानान्तरण करने का निर्णय लिया है। जिनमे अहमदाबाद , लखनऊ , मंगलुरु , जयपुर , थिरुवनंतपुरम और गुवाहाटी शामिल है। यह हवाईअड्डे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत अदानी समूह को दिये जा रहे है, जिसमे ऑपरेशन, मैनेजमेंट और डेवलपमेंट का पूरा काम अदानी समूह के तरफ रहेगा।
थिरुवनंतपुरम के हवाई अड़ड़े को लेकर केरला गवर्नमेंट अदानी समूह का विरोध कर रही है। शुरुवात में अहमदाबाद , लखनऊ और मंगलुरु का कब्ज़ा लेके अदानी समूह काम शुरू कर सकता है।
हवाई अड्डों की कमाई।
अगर हम हवाई अड्डों की कमाई की बात करते है तो हवाई अड्डों की सबसे बड़ी कमाई ऐरोट्रोपोलिस, होटल और शॉपिंग माल्स से होगी। हवाई अड्डे की कमाई को हम दो भागो में बाट सकते है। वैमानिक रेवेनु और अ-वैमानिक रेवेन्यू। वैमानिक रेवेन्यू में जमीन की फीस , डेवलोपमेन्ट फीस, माल वाहतूक की फीस , पार्किंग और हाउसिंग चार्ज और फ्यूल चार्ज होता है। अ-वैमानिक रेवेन्यू में दुकाने ,रिटेल लाइसेंस, एडवरटाइजिंग , खाने-पिने की चीजे, जगह का किराया , पार्किंग चार्ज और हवाई अड्डे के आजू बाजु में जो जगह का डेवलपमेंट करेंगे उसका चार्ज।