कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत सरकार और रूस में बातचीत शुरू है। भारत के शिवा अन्य देशो में भी होगा ट्रायल।
न्यूज़ मेडियेटर्स – आकाश वनकर।
स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए बनाई गयी है। यह वैक्सीन गमालेया नेशनल रिसर्च सेन्टर ऑफ़ एपिडेमीओलॉजी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड (RDIF) ने बनाई है। इस वैक्सीन का फेज 3 ट्रायल भारत समेत अन्य देशो में होगा। भारत में इसका ट्रायल इसी महीने होने की संभावना है।
रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है की भारत समेत सऊदी अरब , संयुक्त अरब अमीरात , फिलीपीस और ब्राज़ील में वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरू होगा।
फेज 3 ट्रायल में ४० हजार से ज्यादा लोग शामिल किये जायेंगे। फेज 3 ट्रायल के शुरुवाती नतीजे अक्टूबर-नवंबर ने प्रकाशित होंगे।
“कई रिसर्चर का कहना है की यह वैक्सीन एंटीबॉडी रिस्पांस दिखती है पर इससे यह साबित नहीं होता की यह वायरस से बचाव करेगी। 18 से 60 वर्ष के हैल्थी लोगो के लिए सुरक्षित बताई गयी है पर जो लोक ज्यादा उम्र के है और किसी बीमारी से पीड़ित है उनके लिए कितनी सुरक्षित है। यह अभी तक पता नहीं है। “
स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन को रूस के द्वारा 11 अगस्त को पंजीकृत किया गया था। इतनी जल्दी वैक्सीन को अप्रूवल दिया गया। हलाकि अभी ओर परिक्षण बाकि है।
भारत में स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन के स्थानीय उत्पादन को लेकर रूस, भारत सरकार और देश की दवा कंपनीयो से बातचीत शुरू है।
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