डबल्यूएचओ की मिलीभगत से हो रहा है , डर और मौत का व्यापार।
न्यूज मीडीयेटर्स रिसर्च टीम:
आज कोविड 19 यह बीमारी लगभग दुनिया के सभी देशों मे पहुच गयी है। इस बीमारी के मरीज लगभग सभी देशों मे है। डबल्यूएचओ(WHO) ने इसे महामारी घोषित किया है। पर क्या वास्तव मे कोविड 19 बीमारी महामारी है। अगर यह महामारी होती तो अभी आधी दुनिया खतम हो गयी होती, चाहे आप कितना भी बड़ा और लंबा लॉकडाउन कर लेते, क्युकी लॉकडाउन मे भी जीवनावश्यक जरूरी चीजों के लिए लोगों का एक दूसरे से संबंध आता था। इन जरूरी चीजों के व्यवहार मे यह बीमारी काफी तेजी से फैल कर लोगों की मौत हो जाती। पर ऐसा नहीं हुआ, यह बीमारी कुछ हद तक फैल रही है पर इसमे मृत्यु दर काफी कम है। जो मृत्यु हो रहे है वह भी कोरोना की वजह से ही हो रही है, ऐसा भी नहीं है।
मृत्यु क्यू हो रहे है?
किसी पैशन्ट को अगर हार्ट अटैक आ जाता है और उसका कोरोना टेस्ट करते है, वह कोरोना टेस्ट पाज़िटिव आ जाता है तो डॉक्टर उसकी मौत का कारण कोरोना लिख देते है, हलाकी मौत हार्ट अटैक से हुई। ऐसा ही बीपी, डायबिटीज के मरीज के साथ होती है, यहा तक की दुर्घटना वाले मरीज के साथ भी ऐसा ही घट राहा है। मौत चाहे किसीभी कारण से हुई, वह कोरोना के खाते मे जा रही है। इससे कोरोना के मौत की संख्या बढ़चढ़ी दिखाई दे रही है।
मरीजों को जो ट्रीटमेंत अस्पताल मे मिल राहा है, वह काफी खतरनाक है, ज्यादा तक एक्सपेरीमेंटल ड्रग्स (experimental drugs) का इस्तेमाल हो राहा है, जिनके बहुतही गंभीर परिणाम होते है, इसी ड्रग्स की वजह से लोगों को अपनी जान गवानी पड रही है।
विदेशों मे भी यही हाल है, इम्यूनिटी कम हो जाने से हुई मौत को टेस्ट पाज़िटिव आने से, कोरोना से हुई करके दिखाया जा राहा है।
कई डॉक्टर प्रिकॉशनेरी दवाये ले रहे है, जो काफी खतरनाक ड्रग्स होती है। इन दवाओ के लेने से साइड इफेक्ट मे डॉक्टर की मौत हो रही है। इसके अलावा पूरे दिन मास्क और पीपीई किट पहने रहने से कई डॉक्टर न तो ढंग से पानी पी सकते है और न यूरिन कर सकते है, जिसकी वजह से उनकी इम्यूनिटी कम होने लगती है और साधारण फ्लू भी उनके लिए जानलेवा हो जाता है, जो उनके मौत का कारण बनता है।
डॉ. तरुण कोठारी की माने तो कोविड 19 यह एक साधारण फ्लू है, जो आम तौर पर हमे जकड़ लेता है और ठीक हो जाता है।
क्या विश्वतसरीय साजिश है कोरोना?
एक साधारण फ्लू को महामारी घोषित कर देना, यह साजिश नहीं तो और क्या है। देशों की सरकारे अपने स्वार्थ के लिए इस साजिश का हिस्सा बनी हुई है।
क्या गेम प्लॅन है?
पहले वायरस को बढ़ाचढ़ा कर महामारी घोषित कर लोगों को डरा देना, पैनिक कर देना और फिर धीरे धीरे वायरस को कमजोर हो राहा बता देना और फिर वैक्सीन लेने पर इसका प्रभाव खतम हो जायेगा और लोग ठीक हो जायेंगे ऐसा लोगों को समझा देना। जबकी वायरस पहले सी ही कमजोर था, जितना बताया उतना घातक नहीं था। डबल्यूएचओ(WHO) ने 2010 मे स्वाइन फ्लू को लेकर भी झूठी महामारी घोषित कर दिया थी। जाँच मे डबल्यूएचओ(WHO) को झूठ सामने आया था।
कोरोना वैक्सीन की साजिश।
फार्मा कंपनीया अपनी दवाई बेचने के लिए गेम प्लॅन तैयार करती है और बीमारी को महामारी घोषित कर देते है। वैक्सीन भी इस गेम प्लॅन का हिस्सा है। बिल गेट्स को 2015 मे ही पता चल गया था के अगला विश्व युद्ध कोरोना से होगा।
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