रेटिंग एजेंसी फिच ने अनुमान लगाया है की भारत की अर्थव्यवस्था की वित्त वर्ष 2020-2021 में माइनस 10.5 % के साथ भारी गिरावट हो सकती है।
न्यूज़ मेडियेटर्स – आकाश वनकर।
रेटिंग एजेंसी फिच के अनुमान के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था की वित्त वर्ष 2020-2021 में माइनस 10.5 फीसदी के साथ भारी गिरावट हो सकती है। देश की जून की तिमाही में 23.9 की जीडीपी में गिरावट आयी थी, जो अब तक की सबसे बड़ी गिरावट थी।
मार्च महीने में किये हुए लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरहा ख़राब हो गयी है। महंगाई और बेरोजगारी दोनों हातो में हाथ डालके चल रहे है। आम नागरिको का तो जीना मुश्किल हो रहा है। फिच ने कहा की अर्थव्यवस्था खुल ने के बाद जीडीपी में सुधार होना चाहिये पर ऐसा दिख रहा की सुधार की गति धीमी और असमान होगी।
देश की आर्थिक गिरावट की देखते , आर्थिक जानकारों ने अर्थव्यवस्था के लिए राहत पैकेज की मांग की है। पर अभी तक सरकार की तरफ से कुछ नहीं आया है।
जून तिमाही की सबसे बड़ी गिरावट।
लॉकडाउन की वजह से अप्रैल-जून इस तिमाही में सबसे बड़ी गिरावट आयी थी, जो सकल घरेलु उत्पादन (GDP) में -23.9 फीसदी की गिरावट थी। पिछले साल इसी दौरान जीडीपी में 5.2 की बढ़ोतरी आयी थी। जीडीपी से देश की सेहत के बारे में पता चलता है। जब देश की सेहत तंदुरुस्त रहती है तो बेरोजगारी कम रहती है , लोगो के हाथ में पैसा रहता है, देश की तरक्की होती है।