देश मे बढ़ते अपराध चिंता का विषय बन गये है। हालही मे हुये उत्तर प्रदेश की हाथरस की गैंगरैप की घटना या महाराष्ट्र के नागपूर मे दिनदहाड़े हुये मर्डर की घटना हो, दोनों ही राज्यों मे बढ़ रही आपराधिक गतिविधिया और सरकार एवं पुलिस की नाकामयाबी ही नजर आती है।
न्यूज मेडियेटर्स – आकाश वनकर
उत्तर प्रदेश के हाथरस मे 14 सितंबर को हुये गैंगरैप मे उची जाती के दबंगों द्वारा एक मासूम नीची जाती की युवती की बलात्कार करके मारने की घटना घटी। वह युवती अभी अस्पताल मे ज़िंदगी और मौत की लढाई लढ़ रही है। युवती के परिवारजनों ने आरोप किया है की गाँव के ऊंची जाती के लोगों ने उन्नाव कांड जैसा हश्र करके जानसे मारने की धमकी दी है।
वही दूसरी तरफ महाराष्ट्र के नागपूर मे दिनदहाड़े बीचसड़क पर कई लोगों के सामने एक व्यक्ति की हत्या कर दी। मारा गया व्यक्ति जुवे का अड्डा चलता था, जिसपर दर्जनों केसेस थे।
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र मे बढ़ते अपराध।
ऊपर दिए गये दोनों घटनाओ से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र मे बढ़ रहे अपराध को दर्शाते है। नैशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो(NCRB) के अनुसार उत्तर प्रदेश मे सबसे ज्यादा अपराध होते है, अपराधों के मामलों मे सबसे ज्यादा खतरनाक है।
उत्तर प्रदेश मे 2016 मे 494025, 2017 मे 600082 और 2018 मे 585157 वारदात हुये है तो महाराष्ट्र मे 2016 मे 430866 , 2017 मे 467753 और 2018 मे 515674 वारदात हुये है। यह आँकड़े इन दोनों राज्यों मे बढ़ रहे अपराध को दर्शाते है।
कहा है कानून और प्रशासन?
जिस तरहा से देश मे आपराधिक गतिविधिया बढ़ रही है तो अपराध करने वालों पर पुलिस और प्रशासन का कोई अंकुश नहीं राहा है। सरेआम लोगों को मारा जा रहा है। बिना खौफ के बलात्कार और हत्या का तांडव हो राहा है।
क्या बलात्कार और हत्याये भारत मे एक फैशन हो गया है? अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए और लोगों मे खौफ कायम करने के लिए यह खेला जा राहा है। इतने अपराध हो रहे है और सरकार इन अपराधों को रोकने एवं उन्हे कम करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
देश के लड़कियों एवं लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अपराधियों के मन मे अपराध न करने के लिए खौफ होना चाहिए। जिस तरहा से अपराध हो रहे है उस से तो लगता है की अपराधियों के मन मे कानून को कोई डर राहा ही नहीं।
पुलिस और प्रशासन दबंगों पर कारवाई करने के बजाय आम नागरिकों को ही डरा रही है। हेलमेट या मास्क नहीं पहना तो लोगों को फाइन ठोका जा राहा है और यह दबंग लोग बलात्कार और हत्या करके भी खुले घूमते है। जैसे कानून सिर्फ ऊंची जाती वालों और दबंग के लिए वरदान बनाया गया हो, नीची जाती के और आम नागरिक के लिए शाप बन गया हो।
कानून-प्रशासन का काम होता है की ऐसी घटनाए शहर या गाव मे घटित न होने देना पर ऐसे बढ़ रही घटनाओ से कानून-प्रशासन से लोगों का विश्वास उठने लगा है। जो सरकार हमारे बेटियों को सुरक्षित नहीं रख सकती वह सरकार किस काम की है?