सरकार ने खर्चा कम करने के लिए पुस्तकों के मुद्रण और प्रकाशन पर रोक लगाई और नये पद भी नहीं भरे जायेंगे।
न्यूज मेडियेटर्स – आकाश वनकर
देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था के चलते अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए केंद्र सरकार ने खर्चों मे कटौती शुरू का दी है। डायरी, कॅलेंडर टेबल बुक्स के मुन्द्रण और प्रकाशन पे रोक लगाने के बाद, सरकार ने 04 सितंबर को ओर अधिक प्रतिबंध लगाके खर्चा कम कर रहे है।
वित्त मंत्रालय ने नये पद निर्माण करने पर प्रतिबंध लगा दिए है। जो पद 01.07.2020 के बाद डिपार्ट्मेन्ट ऑफ इक्स्पेन्डिचर के अनुमति के बिना है और अभी तक भरे नहीं गये है, वह पद भरे नहीं जायेंगे । अगर वह पद भरना अति आवश्यक है तो व्यय विभाग (डिपार्ट्मेन्ट ऑफ इक्स्पेन्डिचर) के अनुमति के लिए भेजना पड़ेगा। नये पदों के निर्माण को रोकने की जिम्मेदारी सभी विभागों व मंत्रालयों मे चीफ अकाउंटिंग अथॉरिटी की भूमिका निभा रहे सचिवो को दी है।
स्थापना दिवस भी नहीं मनाएंगे।
विभाग के स्थापना दिन जैसे अनेकों समारोह पर रोक लगा दी है और किसी भी तरह के बॅग, स्मृति चिन्ह बटने जैसे कार्यक्रमों पर भी खर्चे की कटौती की वजह से रोक लगा दी है।
“वर्तमान राजकोषीय स्थिति और सरकारी संसाधनों पर परिणामी दबाव के संदर्भ में, प्राथमिकता व्यय की रक्षा और संरक्षण करते हुए आगे की अर्थव्यवस्था और गैर-प्राथमिकता वाले व्यय के युक्तिकरण की आवश्यकता है।“, ऐसा डिपार्ट्मेन्ट ऑफ इक्स्पेन्डिचर ने कहा है ।
यह भी पढे: लॉकडाउन की वजह से चूल्हा जलाना हो गया मुश्किल
सलाहकारों की छटनी।
सभी मिनिस्ट्री और विभागों के सलाहकारों की समीक्षा करने और उन्हे कम करने के लिए कहा है।
“सलाहकारों की फीस का निर्धारण करते समय यथोचित अर्थव्यवस्था देखी जा सकती है और इसकी दक्षता ली जा सकती है कि इस तरह की फीस उनके द्वारा किए जाने वाले काम की गुणवत्ता और मात्रा के अनुपात में नहीं हैं,” ऐसा कहा गया है।
यह भी पढे : देश बेहाल, अदानी-अंबानी मालामाल