ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) द्वारा तैयार की गयी कोरोना की वैक्सीन AZD1222 को अंतिम ट्रायल में रोका गया। इस वैक्सीन की वजह से एक व्यक्ति में गंभीर दुष्प्रभाव देखा गया है।
न्यूज़ मेडियेटर्स – आकाश वनकर।
ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और अस्ट्रज़ेनेका इनके द्वारा विकसित की गयी कोरोना वैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल को एक व्यक्ति पे किये गए ट्रायल की वजह से उस व्यक्ति में गंभीर दुष्प्रभाव दिखने लगे जिसकी वजह से कोरोना वैक्सीन की ट्रायल को रोका गया। यह वैक्सीन इस वैक्सीन बनाने के स्पर्धा में आगे थी।
ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल यूनाइटेड किंगडम में आखरी स्टेज पर है। इसकी क्लीनिकल ट्रायल मनुष्य पर शुरू थी। आखरी स्टेज पर किये गयी इस क्लीनिकल ट्रायल की वजह से व्यक्ति की हालत गंभीर हो गयी, इस से इस क्लीनिकल ट्रायल को रोकना पड़ा।
रिसर्चर ने वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट को देखते हुए इस तत्काल रोक दिया और बाकि केसेस में भी क्या साइड इफ़ेक्ट हुए है इसकी जांच करेंगे उसके बाद ही इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू होगा। ब्रिटिश-स्वीडिश ड्रगमेकर ने कहा की इसकी वजह से वैक्सीन को विकसित होने ओर ज्यादा समय लगेगा। यू. एस और चाइनीस कंपनी के द्वारा ओर भी वैक्सीन बनाये जा रहे है वह भी क्लीनिकल ट्रायल में है। इस रेस में यू. एस और चाइनीस कंपनी आगे है।