दुनिया की बड़ी ड्रग्स कंपनीज कोरोना ट्रीटमेंट वैक्सीन के रेस मे लगी हुई है। कोरोना ट्रीटमेंट और वैक्सीन बनाने वाली कंपनी का आकडा 245 तक पहुच गया है। इन मे से कुछ प्री-क्लीनिकल ट्रायल मे है तो कुछ फेज-3 ट्रायल मे है।
न्यूज मेडियेटर्स – आकाश वनकर
अभी तक कोरोना वायरस की कोई दवा नहीं बनी है। दुनिया की बड़ी फार्मा कंपनीज कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट और वैक्सीन के पीछे लगी हुई है। फार्मा कंपनीज तो इस कोरोना की बीमारी को एक अवसर की तरहा लेते हुये, कोरोना ट्रीटमेंट और वैक्सीन के लिए 245 कंपनीया रेस मे लगी हुई है।
जानकारी के अनुसार 245 फार्मा कंपनीज कोरोना ट्रीटमेंट वैक्सीन के रिसर्च मे लगी हुई है। हेल्थ अथॉरिटी से इनको क्लीनिकल ट्रायल का अप्रूवल मिल चुका है, इनमे से कुछ प्री-क्लीनिकल ट्रायल तो कुछ फेज-3 ट्रायल मे है।
प्री-क्लीनिकल ट्रायल (Pre-Clinical Trial) :
प्री-क्लीनिकल ट्रायल मे 290 नए उत्पाद के साथ फार्मा कंपनीया रिसर्च मे लगी हुई है। इस मे वीर बाइओटेक्नॉलजी, आबलेक्सिस, सेंटीवॅक्स, लीगंड फार्मा जैसी फार्मा कंपनीज अंटीबॉडीज टेस्टिंग मे है।
आईएसआर इम्यून सिस्टम, स्टंडफोर्ड यूनिवर्सिटी, कोक्रिस्टल फार्मा, इम्यूनिटी बाइओ ऐन्टीवाइरल टेस्टिंग मे है। लेकफार्मा, अक्सोंन, इन्नोवॅक्स, यूनिवर्सिटी ऑफ क्लाइफॉर्निया, झायडस कैन्डील प्रोटीन सबनेट वैक्सीन मे है। ऐसी काफी सारी कंपनीया रिसर्च मे लगी हुई है।
फेज-1 ट्रायल (Phase -1 Trial) :
फेज-1 ट्रायल मे 9 कंपनीया क्लीनिकल ट्रायल मे है। इसमे कुछ हेल्थी व्यक्ति पर क्लीनिकल ट्रायल टेस्टिंग शुरू है। इसमे रैथेरा, ऑरकैल, जीसके, यूनिवर्सिटी ऑफ क्वीन्सलैंड, क्युरवेक जैसी कंपनी यो की वैक्सीन की फेज-1 क्लीनिकल ट्रायल टेस्टिंग शुरू है।
फेज1-2 ट्रायल (Phase1-2 Trial) :
फेज1-2 ट्रायल मे 14 कंपनीयो की क्लीनिकल ट्रैल शुरू है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, झायडस कैन्डीला, भारत बाइओटेक, गमालेया रिसर्च इंस्टिट्यूट, इम्पीरीअल कॉलेज ऑफ लंदन आदि कंपनीओ की मनुष्य पर वैक्सीन की क्लीनिकल ट्रायल शुरू है।
फेज-2 ट्रायल (Phase-2 Trial) :
फेज-2 ट्रायल मे 4 प्रकार के उत्पादों की मनुष्यों पर क्लीनिकल ट्रायल शुरू है। इनमे नोवावॅक्स, चाइनीज अकादेमी ऑफ साइंस, काँसीनो बायओलॉजिक्स, इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल बायओलॉजिक्स आदि संस्थाये शामिल है।
फेज 2-3 ट्रायल (Phase 2-3 Trial) :
फेज 2-3 ट्रायल मे बीओनटेक/फॉसमफार्मा/पफाइज़ेर शामिल है। इसमे कोरोना वैक्सीन की मनुष्यों पर ट्रायल की जा रही है।
फेज-3 ट्रायल (Phase-3 Trial) :
फेज-3 ट्रायल मे 5 तरहा की वैक्सीन ट्रायल शुरू है। इसमे बीजिंग इंस्टिट्यूट, वूहान इंस्टिट्यूट, सीनोंवेक, यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, मोडेरना आदि शामिल है। इसमे ऐस्ट्राजेनेका की ट्रायल को रोका गया था, जिसकी वजह से व्यक्ति मे कुछ गंभीर परिणाम दिखे थे पर अभी ट्रायल फिर से शुरू कर दी है।
क्लीनिकल स्टेज ट्रायल (Clinical Stage Trial) :
क्लीनिकल स्टेज ट्रायल मे ऐन्टीबाडी एवं ऐन्टीवाइरल ट्रीटमेंट की ट्रायल है। इसमे रोईवंत साइंस, एडेसा बाइओटेक, यूनिवर्सिटी ऑफ हाँगकाँग, ऐस्ट्राजेनेका, कामड़ा, एल्ली लिली, टाँग-डू हॉस्पिटल, नोवर्टिस आदि कंपनीयो की 214 उत्पादों पर ट्रायल शामिल है।
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