खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मा. राम विलास पासवान इनका उम्र के 74 साल मे दिल्ली मे निधन हो गया। रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(आ), चंद्रपूर जिल्हा के और से भीम सैनिक श्री रामविलास पासवान को कल श्रद्धांजलि दी गयी।
न्यूज मेडियेटर्स – आकाश वनकर
चंद्रपूर- दलित परिवार मे जन्मे हुये रामविलास पासवान दलित राजनीति के प्रमुख नेताओ मे से एक थे। वे लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक थे। वह 9 बार लोकसभा सांसद तथा 2 बार राज्य सभा सांसद रहे है।
पासवानजी का जन्म बिहार के खगरिया जिल्हे के शहरबन्नी गाव मे हुआ था। दलित परिवार मे जन्मे हुये पासवान ने छात्रावास मे रहकर डिग्री तक पढ़ाई की। उम्र के 23 साल मे विधान सभा मे चुनाव जीतकर आमदार बने। भारत मे सर्वाधिक मताधिक्य लेकर लोकसभा मे प्रवेश किया।
राजनीतिक जीवन।
मा. रामविलास पासवान को पुलिस मे उप पुलिस अधीक्षक पद का नियुक्ति पत्र मिल गया था। पर ननिहाल से मिली राजनीतिक प्रेरणा ने उन्हे राजनीति मे ला दिया। 1969 मे अलौली विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने के बाद राजनीतिक क्षेत्र मे उनके कदम आगे ही बढ़ते चले गये।
1975 मे हुई ईमरजंसी के समय 15 महीने जेल मे रहना पड़ा। जेल से छूटने के बाद 1977 मे हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से जनता पार्टी का चुनाव लड़ा। चुनाव मे इतने वोटों से जीते की गिनीज बुक को उनके जीतने का विश्व रिकार्ड दर्ज करना पड़ा। मा. पासवान दलित सेना के संस्थापक अध्यक्ष रहे है।
पासवानजी के पास 6 प्रधानमंत्रीयो के साथ काम करने का रिकार्ड है। मा. व्ही. पी. सिंग, मा. देवेगौड़ा, मा. इन्द्रकुमार गुजराल, मा. अटल बिहारी वाजपेयी, मा. मनमोहन सिंग, मा. नरेंद्र मोदी इन सब प्रधानमंत्री यो के कार्यकाल मे उन्होंने केन्द्रीय मंत्रिमंडल मे कैबिनेट मंत्री की महत्वपूर्ण मंत्री पद संभाले।
भारतीय संविधान और विश्वरत्न प.पु. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर इनका आदर्श रखकर शोषित, पीडित , वंचित समुदाय के उत्थान के लिए जीवनभर यशस्वी राजकारण करनेवाले भीम सैनिक को मा. अशोक घोंटेकर(विदर्भ प्रदेश महासचिव), मा. हंसराज वनकर, मा. नागसेन डांगे, मा. किरणताई गेडाम रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(आ), चंद्रपूर जिल्हा के और से भावपूर्ण श्रद्धांजलि।