आज कैबिनेट जम्मू-कश्मीर में अंगेजी और उर्दू के साथ में कश्मीरी , डोगरी और हिंदी आधिकारिक भाषा होने के लिए मंजूरी दी है।
नई दिल्ली – केंद्र की कैबिनेट ने आज जम्मू-कश्मीर के लिए 5 भाषाओ को मंजूरी दी है। संसद में विधेयक मंजूर होने के बाद हिंदी, उर्दू , कश्मीरी , डोगरी और इंग्लिश जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा होगी।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा की मंत्रिमंडल ने जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा विधेयक को मंजूरी दे दी है।
इस विधेयक के अनुसार हिंदी, उर्दू , कश्मीरी , डोगरी और इंग्लिश जम्मू-कश्मीर की आधिकारिक भाषा होगी। यह फैसला लोगो के मांग के आधार पर किया गया है।
फ़िलहाल में जम्मू-कश्मीर में राज्य सरकार की भाषा उर्दू और इंग्लिश है। जम्मू-कश्मीर रिऑर्गनिज़शन एक्ट के तहत राज्य की विधानसभा को एक या उससे ज्यादा भाषाओ को सरकारी भाषा बनाने का अधिकार है।
केंद्रीय मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा की जम्मू-कश्मीर में अंगेजी और उर्दू के साथ में कश्मीरी , डोगरी और हिंदी को आधिकारिक भाषाओ का शामिल करना न केवल लम्बे समय से की हुई मांग की पूर्ति है , बल्कि 5 अगस्त 2019 के बाद समानता की भावना को ध्यान में रखते हुए किया गया फैसला है। 5 अगस्त २०१९ को सरकार ने जम्मू-कश्मीर से सम्बंधित अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा ख़त्म कर अलग अलग कर दो केंद्र शासित प्रदेशो में बाँट दिया।